मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग खुद एहतिहात बरतें। घरों से तब तक बाहर न निकलें जब तक बहुत जरूरी न हो। हालांकि पंजाब व चंडीगढ़ में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। हरियाणा में भी लॉकडाउन है, लेकिन इसके बावजूद लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहेेे। दरअसल, सरकारों द्वारा की जा रही यह सख्ती इसलिए नहीं है कि जनता को तंग करना है, बल्कि सख्ती इसलिए है कि जनता की हिफाजत करनी है। कोरोना वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है, इसलिए घरों में रहें। एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें।
कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा हृदय रोगियों (Heart patient) व शूगर (Diabetic patients) के मरीजों के लिए है। ऐसे मरीजों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसे मरीज बेहद सतर्कता बरतें। पंचकूला स्थित पारस हॉस्पिटल में कार्डिक साइंस के चेयरमैन डॉ. एचके बाली ने लोगों को इस समय विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। डॉ. बाली ने बताया कि उनकी बेटी जब विदेश से घर पहुंची तो वह खुद को भी सुरक्षा के मध्यनजर परिवार के साथ होम क्वारंटाइन कर रहे हैं। डॉ. एचके बाली ने कार्डिक (हृदग रोग) की समस्या से ग्रस्त मरीजों के लिए कुछ खास टिप्स दिए हैं। आइए जानतेे हैं क्या हैं ये टिप्स...
- हार्ट के मरीजों पर कोरोना वायरस का अधिक प्रभाव पड़ता है।
- मधुमेह से पीडि़त मरीजों को भी खास ध्यान रखने की जरुरत है।
- 60 साल से ऊपर की उम्र को लोग इन दिनों खास ध्यान रखें।
- लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करें।
- दरवाजे-खिड़की खोलते हुए नैपकिन का प्रयोग करें।
- कोशिश करें कि कार्डिक के मरीज घर पर रहें।
- खांसी जुकाम को हल्के में न लें।
- कार्डिक के मरीजों में कोरोना वायरस का असर सामान्य से दो से तीन गुना अधिक होता है।