कोरोनावायरस और सरकार द्वारा एयर कंडीशनर कंप्रेशर पर पांच प्रतिशत की कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद एसी की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। कोरोनावायरस की वजह से एसी पार्ट्स की सप्लाई बाधित हुई है। भारत चीन से पार्ट्स के अलावा एसी का आयात भी करता है। कोरोनावायरस के कारण एसी की कीमत में इजाफा लगभग तय माना जा रहा है।
आइसक्रीम खाना होगा महंगा
गर्मियों में लोग आइसक्रीम खाना बहुत पसंद करते हैं। आइसक्रीम के शौकीन लोगों को अब अपनी पसंदीदा आइसक्रीम के लिए ज्यादा कीमतें चुकानी पड़ सकती हैं। हालिया समय में दूध की आपूर्ति डिमांड के मुकाबले घटी है। इससे मिल्क पाउडर करीब 30 प्रतिशत महंगा हो गया है। साथ ही चीनी की कीमत भी बढ़ी है।
कई आइसक्रीम कंपनियां अपने प्रोडक्ट की कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। अमूल और वाडीलाल ने अपने कुछ उत्पादों के दाम पहले ही बढ़ा दिए हैं। अब क्वालिटी सहित अन्य कंपनियां भी अपने उत्पादों की कीमत बढ़ा सकती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आइसक्रीम की कीमत 5 से 10 फीसदी बढ़ सकती है।
कई आइसक्रीम कंपनियां अपने प्रोडक्ट की कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। अमूल और वाडीलाल ने अपने कुछ उत्पादों के दाम पहले ही बढ़ा दिए हैं। अब क्वालिटी सहित अन्य कंपनियां भी अपने उत्पादों की कीमत बढ़ा सकती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आइसक्रीम की कीमत 5 से 10 फीसदी बढ़ सकती है।
कोल्ड ड्रिंक की कीमतों में आ सकता है उछाल
शीतल पेय बाजार में 80 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनियां कोकाकोला और पेप्सीको 600 एमएल या इससे ज्यादा मात्रा वाले प्रोडक्ट की कीमतों में 6 से 14 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती हैं। अभी 30 से 35 रुपये में मिलने वाली 600 एमएल कोल्ड ड्रिंक्स की कीमत 38 से 40 रुपये तक हो सकती है।
चीनी सहित कई कोल्ड ड्रिंक्स में इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री की कीमतें बढ़ी हैं। कंपनियां अपने उत्पाद की कीमत बढ़ाकर इसकी भरपाई कर सकती हैं। प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ने के कारण कंपनियां कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही हैं।
चीनी सहित कई कोल्ड ड्रिंक्स में इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री की कीमतें बढ़ी हैं। कंपनियां अपने उत्पाद की कीमत बढ़ाकर इसकी भरपाई कर सकती हैं। प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ने के कारण कंपनियां कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही हैं।